गंगा जटा में डुबकी #कैसे कह दूँ इन लम्हों को अलविदा ठोकर महफिल काँच अच्छे अच्छे लम्हें ख़ुद को वार कर अपने प्रियतम को पा कर

Hindi कर दूँ विसर्जित तुम्हारी यादों को गंगा में... Poems